कभी दीख जाती है किन्नरों की टोली, कुछ रेज़गारी के बदले अशेष दुआएँ देते कुछ मर्द औरतनु कभी दीख जाती है किन्नरों की टोली, कुछ रेज़गारी के बदले अशेष दुआएँ देते कुछ ...
क्योंकि मृत्युलोक में जाने के पश्चात आत तक कोई वापस नहीं लौटा है क्योंकि मृत्युलोक में जाने के पश्चात आत तक कोई वापस नहीं लौटा है
कुरुक्षेत्र का मूल कारण क्या था? जितने व्यक्तित्व, उतने विचार। इस प्रश्न पर हर बुद्धिजीवी का अपना दृ... कुरुक्षेत्र का मूल कारण क्या था? जितने व्यक्तित्व, उतने विचार। इस प्रश्न पर हर ब...
कितना रंगी है नज़ारा दूर का, रुप ने धरा है ये रुतबा हूर का। कितना रंगी है नज़ारा दूर का, रुप ने धरा है ये रुतबा हूर का।
तुम बिन अधूरी सृष्टि हमारी नमन हैं हे नारी शक्ति। तुम बिन अधूरी सृष्टि हमारी नमन हैं हे नारी शक्ति।
प्रेम के रूप अनेक प्रेम के अलग नाम बिन प्रेम के चल न पाये ये संसार। प्रेम के रूप अनेक प्रेम के अलग नाम बिन प्रेम के चल न पाये ये संसार।